रंगभेद से तनाव
Wiki Article
पड़ोस में रहने वाले लोग हमेशा साथ रहना चाहिए , लेकिन अब रंगभेद की वजह से पड़ोसी एक-दूसरे से दुश्मनी का भाव रखते हैं ।
यह स्थिति दिन बिन और भी बिगड़ रही है। हर कोई अपनी चिंताओं को उजागर कर रहा है, परन्तु किसी ने भी इसका हल ।
यह स्थिति बहुत ही खतरनाक है और हमें इसकी चिंता करनी चाहिए। हम सभी को मिलकर काम करना चाहिए ताकि यह समस्या दूर हो सके।
पड़ोसी संगरोध में उग रहे हैं नफरत भरे संबंध
एक समय था जब पड़ोसी की दुकान पर चाय पीने का मज़ा आता था। अब शुरू हो गया नफरत भरा देख-रेख भी करते थे।
किसी का कोई काम सुनाई देता तो मदद मिल जाती, आजकल तो कुछ ही लोग अपने पड़ोसियों के लिए जिम्मेदारी लेने को तैयार हैं। यह हालत होती जा रही है संगरोध में ।
अपनी-अपनी जगहों पर रहकर भी, आज पड़ोसी भगाते हुए नफरत फैला रहे हैं। यह सब तो इसलिए है क्योंकि हर कोई खुद की ही परवाह करता है।
उनके बच्चों को भी अब यह समझ नहीं आता है कि कैसे दोस्ती और भाईचारा होना चाहिए।
Unemployed युवक जेल जाने से पहले मचाई हड़कंप
एक विचित्र घटना घटी है जो हर किसी को हैरान कर देती है। शहर के एक महिला ने, जिसे लंबे समय से {नौकरी{ की तलाश थी, एक चोर बन गया और जेल जाने से पहले उसने हाड़कंप मचाया। उसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस को काफी {मेहनत करनी पड़ी|श्रम करना पड़ा।
उसके बेशर्म कदमों से पता चलता है कि युवा पीढ़ी में भी {उदासी{ और {निराशा{ बढ़ रही है। सरकार को इस समस्या का समाधान ढूंढना होगा और {युवकों{ को नौकरी हासिल करना चाहिए।
नए पड़ोस में उठे हुए जातिवाद के कारण बढ़ता चिंता का माहौल
यहाँ एक नया पड़ोस है जहाँ सभी को स्वागत और बराबरता मिलनी चाहिए। हालाँकि, कुछ ही दिनों में रंगभेद की घटनाओं का उदय हुआ है जो समुदाय में गहरी दरार डाल रहा है। ये घटनाएँ लोगों को थकान भी कर रही हैं और उनका समझौता भाव कमजोर कर रही हैं।
विभिन्न समुदायों के सदस्य इस भेदभाव को बढ़ावा दे रहे हैं, जो एक संवेदनशील मुद्दा है। हमें यह याद रखना चाहिए कि हम सभी एकएक परिवार में हैं और हमें एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए।
यह ज़रूरी है कि हम इस मुद्दे को उचित रूप से संबोधित करें और साथ मिलकर समृद्ध माहौल बनाने के लिए काम करें।
पड़ोसी संगरोध में बढ़ रहा है संघर्ष, उठ रही हैं गंभीर चिंताएँ
यह क्वारंटाइन का दौर होता जा रहा है और हमारे पड़ोसियों में हिंसा बढ़ रही है।
पहले तो यह एक सामान्य स्थिति थी , लेकिन अब जल्दी हो रहा है , लोग घबराने लगे हैं ।
कई कारणों से यह संघर्ष बढ़ रहा है . सबसे बड़ा कारण रहस्यमय घटनाएं। लोग एक-दूसरे पर शक करते हैं और एक दूसरे से दूर रहना पसंद कर रहे हैं।
यह समस्या कैसे सुलझाई जाएगी? यह एक मुश्किल सवाल है जिसका जवाब बहुत सरल नहीं है। लेकिन कुछ चीजें ज़रूर करनी पड़ेंगी ताकि यह संघर्ष बढ़कर हमारे सामुदायिक जीवन को नष्ट न करे .
रंगभेद: प्रियजनों का साथ छोड़ने लगे पड़ोसियों ने
एक समय था जब पड़ोस आपस में इतने जुड़े थे कि एक दूसरे की हर मुश्किल के समय मदद करने click here में हाथ बढ़ाते थे. हालाँकि आजकल रंगभेद ने इस एकता को नष्ट कर दिया है. अब पड़ोसियों ने अपने ही रिश्तेदारों का साथ छोड़ने लग गए हैं.
- वो रंग के आधार पर एक दूसरे से अलग-थलग सोचते हैं.
- इन्हें बहुत दुखद है. हमको एक दूसरे का साथ देना चाहिए और रंगभेद से लड़ना चाहिए.